राजीव रंजन
जनसत्ता 7 मई, 2014 : काशी की सात्विक पक्षधरता सुविख्यात है। छुटभैए
शाहनवाज सिद्दीक़ी
जनसत्ता 6 मई, 2014 : आज राजनीतिक हलकों में यह सवाल गूंज रहा है
अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी
जनसत्ता 5 मई, 2014 : इस समय
वरुण शैलेश
जनसत्ता 3 मई, 2014 : पिछले कुछ वर्षों में निजी एफएम रेडियो
देवेंद्र मेवाड़ी
जनसत्ता 2 मई, 2014 : गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर का वैज्ञानिकों और
अनुराग अनंत
जनसत्ता 1 मई, 2014 : विकास आज राजनीतिक शब्दकोश का सबसे ज्यादा
भव्य भारद्वाज
जनसत्ता 30 अप्रैल, 2014 : जब कभी टीवी पर पर्यटन मंत्रालय का ‘अतिथि देवो भव’ का अर्थ समझाने
विशाल शुक्ला
जनसत्ता 29 अप्रैल, 2014 : विविधताओं से भरे हमारे देश में अश्लीलता
वर्षा
जनसत्ता 28 अप्रैल, 2014 : अनारकली फिल्म में जब अनारकली को मोहब्बत की सजा
अंशु सचदेवा
जनसत्ता 26 अप्रैल,
मनोज कुमार
जनसत्ता 25 अप्रैल, 2014 : यादें हैं, यादों का क्या! याद जाने कब और