
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तरी पंजाब में भारी तबाही मचाने के बाद विकराल बाढ़ से ऐतिहासिक शहर मुल्तान और उसके प्रसिद्ध तीर्थों पर खतर मंडरा रहा है जिससे निजात पाने के लिए अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
भारी बारिश के चलते आई बाढ़ से मध्य पाकिस्तान के कई दर्जनों गांव डूब गए हैं। पाकिस्तान की मुख्य नदियों में से एक चेनाब में अभी भी बहुत ज्यादा पानी है और इसने पहले ही देश के कृषि प्रांत पंजाब को काफी नुकसान पहुंचाया है। नदी अब पंजाब के दक्षिणी हिस्सों की ओर बढ़ रही है जिससे मुल्तान में तबाही की आशंका है। मुल्तान को संतो की नगरी कहा जाता है और यहां पर कई सारे प्रसिद्ध
तीर्थस्थल और मकबरे हैं। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मुहम्मद अफजल ने कहा कि विकराल चेनाब से मुल्तान को बचाने के लिए पानी का मार्ग बदलने के लिए कुछ तटबंधों को तोड़ा गया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक कम से कम 25 गांव पहले ही जलमग्न हैं और बाकी कई अन्य पर भी खतरा मंडरा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बाढ़ से अब तक 264 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें 184 पंजाब, 66 पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और 14 गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र में मारे गए हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। (भाषा)
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