Thursday, 11 September 2014 13:17 |

नई दिल्ली। सीबीआई ने आज विशेष अदालत से कहा कि पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन ने 2006 में एयरसेल और दो सहयोगी कंपनियों में अपने शेयर मलेशियाई कंपनी मैक्सिस ग्रुप को बेचने के लिए चेन्नई स्थित दूरसंचार प्रोमोटर सी. शिवशंकरण पर ‘‘दबाव डाला’’ था और ‘‘बाध्य’’ किया था।
सीबीआई ने एयरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में दाखिल आरोपपत्र पर विचार के दौरान अपनी दलीलें पेश करते हुए विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘आरोपी संख्या एक (दयानिधि मारन) ने अपनी कंपनियों को बेचने के लिए शिवशंकरन को बाध्य किया। उन्होंने (शिवशंकरन ने) अपनी तीन फर्म आरोपी संख्या छह, मलेशिया की मैक्सिस कम्युनिकेशन बरहाद को बेचे।’’ सीबीआई ने 29
अगस्त को दयानिधि मारन, उनके भाई कलानिधि मारन और चार फर्म समेत छह अन्य के खिलाफ मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था। आज दलील के दौरान वरिष्ठ लोक अभियोजक के के गोयल ने अदालत से कहा, ‘‘इस मामले में बिक्रीकर्ता (शिवशंकरन) पीड़ित थे क्योंकि दयानिधि मारन ने उनको कारोबार करने की इजाजत नहीं दी।’’ उन्होंने कहा दयानिधि मारन उस वक्त दूरसंचार मंत्री थे। उन्होंने शिवशंकन की फर्मों से जुड़े अनेक मुद्दों को लंबित रखा और उन पर कोई फैसला नहीं किया गया। (भाषा)
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