Thursday, 11 September 2014 12:58 |

वाशिंगटन। पाकिस्तान और अफगानिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के लगातार उस क्षेत्र में अमेरिका तथा उसके सहयोगियों के हितों के प्रति खतरा बने रहने की बात पर जोर देते हुए अमेरिका के आतंकवाद रोधी अभियान के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि लश्कर ए तय्यबा भारत और पाक के बीच संबंधों में सुधार के खिलाफ है ।
राष्ट्रीय खुफिया निदेशालय के राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी केन्द्र के उप निदेशक निकोलस रासमुसेन ने कल सांसदों से कहा, ‘‘ लश्कर ए तय्यबा भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार के खिलाफ है और उसके नेता लगातार भारत और अमेरिका के खिलाफ बोल रहे हैं तथा इन दोनों देशों पर पाकिस्तान को अस्थिर करने का आरोप लगा रहे हैं ।’’ सीनेट की होमलैंड सुरक्षा और सरकारी मामलों की समिति के समक्ष
रासमुसेन ने कहा कि लश्कर ने दक्षिण एशिया में अपने क्षेत्रीय हितों के अनुसार काम करते हुए पश्चिमी हितों को निशाना बनाया, जैसा कि वर्ष 2008 में मुंबई हमलों के दौरान पश्चिमी नागरिकों की आवाजाही वाले होटलों को निशाना बनाए जाने से प्रदर्शित होता है।’’ उन्होंने समिति की ‘‘साइबर सुरक्षा, आतंकवाद तथा उसके इतर: सुरक्षा के प्रति बढ़ते खतरे का समाधान’’ विषय पर आयोजित बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि लश्कर के नेताओं को यह लगभग पूरी तरह पता है कि अमेरिका पर किसी हमले का परिणाम पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई के रूप में होगा और इससे वहां इस संगठन के सुरक्षित ठिकानों को खतरा उत्पन्न हो जाएगा। (भाषा)
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