Thursday, 11 September 2014 11:52 |

बेंगलूर। दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के बगैर यहां आई सर्बिया की टीम कल से शुरू हो रहे डेविस कप मुकाबले में भारत के लिये बेहद कठिन चुनौती होगी लिहाजा मेजबान खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा । भारत ने आखिरी बार अंतिम 16 के समूह में 2010 में प्रवेश किया था लेकिन इसी सर्बियाई टीम ने उसे नोवी साद में पहले दौर में 4 . 1 से हराकर बाहर कर दिया था । भारत के सामने अब बदला चुकता करने का समय है लेकिन यह कहना आसान है और असल में करना बेहद मुश्किल । जोकोविच के बगैर भी सर्बिया की टीम में यांको टिपसारेविच और विक्टर ट्रोइकी जैसे खिलाड़ी हैं जो भारतीयों की परेशानी का सबब बन सकते हैं । भारत के शीर्ष
एकल खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन पिछले छह महीने से खराब फार्म में है और वह एटीपी सर्किट पर पहले दूसरे दौर से आगे नहीं बढ पा रहे । दूसरी ओर एकल में सर्बिया की चुनौती पेश कर रहे डुसान लाजोविच जबर्दस्त फार्म में हैं । दुनिया के 61वें नंबर के खिलाड़ी ने अपने से निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के सामने अब तक सिर्फ चार मैच गंवाये हैं । सोमदेव हालांकि शंघाई चैलेंजर में एकल और युगल फाइनल्स में पहुंचे थे । उन्होंने कोर्ट पर काफी समय बिताया और विरोधी को चुनौती देने के फन में वह माहिर हैं । डेविस कप में वह हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और भारतीय खेमे को उनसे यही उम्मीद होगी । (भाषा)
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