Tuesday, 09 September 2014 10:33 |

इस्लामाबाद। इमरान खान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग पर अडिग रहने के कारण पाकिस्तान में गतिरोध अब भी जारी है। वहीं सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच वार्ता सार्थक चरण में पहुंच गई है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के प्रमुख इमरान खान ने संसद के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक वे प्रधानमंत्री शरीफ को इस्तीफे के लिए मजबूर नहीं कर देते वह वापस नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेता धरने में और लोगों को लाएंगे। खान ने अपने समर्थकों को और दो सप्ताह तक धरने पर बैठने को कहा है। पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के मौलवी तहिरूल कादरी भी खान के कैंप के करीब ही प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके समर्थकों ने संसद के पार्किंग क्षेत्र को खाली कर दिया है और कांस्टीट्यूशन एवेन्यू के नजदीक बैठे हुए हैं। सरकार और पीटीआइ के बीच वार्ता का एक और चरण रविवार को राजधानी में हुआ। एक ओर जहां दोनों पक्षों ने प्रगति का दावा किया वहीं उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कुछ मुख्य मुद्दे हैं जिनके
समाधान की जरूरत है। रात में हुई वार्ता के बाद पीटीआइ उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी ने एलान किया कि सार्थक वार्ता शुरू हुई है। जारी गतिरोध से देश को बचाने के लिए दोनों पक्ष गंभीर प्रयास कर रहे हैं। सरकारी पैनल की अगुवाई कर रहे वित्त मंत्री इसहाक डार ने बताया कि दोनों पक्ष बाकी मुद्दों के समाधान के लिए एक बार फिर बैठक करेंगे।एक ओर वार्ता में जहां प्रगति हुई, वहीं खान ने सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए कई नेताओं को पिछले साल हुए आम चुनाव में धांधली का लाभार्थी होने का आरोप लगाया। उन्होंने बलूचिस्तान प्रांत के मुख्यमंत्री डॉ. अब्दुल मलिक समेत अन्य नेताओं पर धांधली के लाभार्थी होने का आरोप लगाया। पाकिस्तान में मलिक की गिनती ‘बेदाग’ नेताओं में होती है। प्रदर्शन दो सप्ताह तक बढ़ाने का खान की अपील ऐसे समय में आई है जब इसके लिए उनकी आलोचना हो रही है। दूसरी तरफ देश अब तक की सबसे बड़ी बाढ़ का सामना कर रहा है। (भाषा)
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