Tuesday, 09 September 2014 10:25 |

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पिछले चार दिन में हुई जबरदस्त बारिश की वजह से बाढ़ और वर्षाजनित घटनाओं में करीब 200 लोगों की मौत और बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बाढ़ प्रभावित सियालकोट और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का हवाई सर्वेक्षण कर बचाव और राहत अभियान तेज करने को कहा है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले सप्ताह शुरू हुई बारिश पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सप्ताहांत जक जारी रही। इससे चेनाब नदी में बाढ़ आ गई। गुजरात, गुजरांवाला और सियालकोट जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मानसून की भारी बारिश से पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब में बड़ी मात्रा में ऊपाजाऊ भूमि प्रभावित हुई है। प्रशासन नुकसान कम करने और फंसे हुए लोगों को बचाने में जुटा हुआ है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा है कि समूचे पाकिस्तान में बाढ़ और वर्षा जनित घटनाओं में 193 लोगों की मौत हो गई और 364 लोग घायल हो गए। चेनाब में बाढ़ के कारण खानकी, मराला, कादिराबाद बैरेज जलमग्न हैं। बाढ़ से हाफिजाबाद शहर पर भी खतरा मंडरा रहा है। एनडीएमए ने कहा है कि अब तक 556 गांव प्रभावित हुए हैं। इसमें से सबसे ज्यादा गुजरांवाला और सियालकोट में है। हजारों लोग फंसे हुए हैं। घर पानी में डूबा हुआ है। कई मवेशी पानी में बह गए। एनडीएमए ने सिंध के गुड्डु शहर में
13 से 14 सितंबर के बीच और सुक्कूर में 15 सितंबर को बाढ़ के प्रति आगाह किया है। सिंध प्रांत में प्रवेश करने से पहले पंजाब की पांच नदियां पंजनाद में सिंधु नदी में मिलती हैं। टीवी फुटेज में दिख रहा है कि लोग पानी में डूबे घरों की छत पर फंसे हुए हैं। तेज धारा में मवेशी बहते हुए नजर आए। इस बीच प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बाढ़ प्रभावित सियालकोट और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का हवाई सर्वेक्षण कर बचाव और राहत अभियान तेज करने को कहा है। पीओके में प्राकृतिक आपदा की वजह से 64 लोग मारे गए हैं। शरीफ ने रावलाकोट के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा राशि भी दी। उन्होंने बाढ़ में लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि सरकार आपदा प्रभावित लोगों का ध्यान रखेगी। चार दिन लगातार हुई बारिश की वजह से पीओके और पंजाब में जानमाल की व्यापक क्षति हुई है। दोनों जगह 200 लोग मारे गए हैं। पहाड़ी इलाकों वाले पीओके में बाढ़ की वजह से 64 जानें गई हैं जबकि 109 लोग घायल हुए हैं। बाढ़ के पानी और भूस्खलन की घटनाओं से कई पुल, घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। सड़क और संचार संपर्क टूट गया है। (भाषा)
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