
बर्मिंघम। महेंद्र सिंह धोनी ने भारत का सबसे सफल वनडे कप्तान बनने में योगदान करने के लिए अपने पूर्व और मौजूदा टीम के साथियों को प्रशंसा की। भारत ने कल यहां चौथे वनडे में इंग्लैंड को नौ विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3 . 0 की अजेय बढ़त हासिल की।
धोनी 91 जीत के साथ सबसे सफल भारतीय वनडे कप्तान बन गए। उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘जब मैंने टीम की अगुवाई करना शुरू किया था तो मुझे शानदार टीम मिली थी। और अब भी मेरे पास शानदार टीम है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘उतार चढ़ाव तो होते रहेंगे, लेकिन सभी को शुक्रिया, जिसके साथ भी मैं खेला। उनके योगदान के बिना यह संभव नहीं होता, जिन सभी सीनियर खिलाड़ियों के साथ मैं खेला और मेरे अंतर्गत जो खेले, सभी युवा खिलाड़ी। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि हमारी बहुत अच्छी और शानदार वनडे टीम हैं। उतार चढ़ाव तो होते रहेंगे, लेकिन अहम चीज सकारात्मक इच्छा है। सभी खिलाड़ियों का शुक्रिया। ’’ धोनी ने सीरीज जीतने के बाद कहा कि भारत ने प्रत्येक मैच में सुधार किया, विशेषकर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मिली 1 . 3 की शिकस्त के बाद। धोनी ने कहा, ‘‘अच्छी चीज है कि हम पहले वनडे के बाद से सुधार करते रहे। निश्चित रूप
से यह बड़ी सकारात्मक चीज है। टीम का टास जीतना अच्छा था। तेज गेंदबाजों ने शुरू में सचमुच अच्छी गेंदबाजी की और हमें शुरू में झटके दिलाये जिसके कारण हम मध्यक्रम में उनके उच्च्पर दबाव बनाने में सफल रहे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ओवरआल हम बहुत खुश हैं। अंजिक्य रहाणे ने भी शतक लगाया और हमारे लिये सलामी साझेदारी अच्छी रही। इसलिये यह पूरी तरह से हमारा मैच था। ’’ धोनी ने कहा, ‘‘इस मैच में, हां सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की। लेकिन हमें प्रत्येक मैच में ऐसा करना जारी रखना होगा। हमें ज्यादातर मैचों में ऐसा करना होगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘तभी आप कह सकते हो कि समस्या सुलझ गयी है। उन्हें यह मुश्किल लगेगा। लेकिन साथ ही अगर वे हमें अच्छी भागीदारी दिलवा सकते हैं, हमेशा रनों के मामले में नहीं, अगर वे आठ दस ओवर भी खेलते हैं और प्रति ओवर चार से पांच रन बनाते हुए विकेट नहीं गंवाते हैं तो हम इसे अच्छी शुरूआत ही समझेंगे क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे पास बल्लेबाज हैं जो पहले 10 ओवर में गंवायी गयी गेंदों की भरपायी कर सकते हैं। ’’ (भाषा)
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