
लाहौर। झेलम और चिनाब नदियों पर किशनगंगा बांध और चार अन्य पनबिजली परियोजनाओं के डिजाइन पर आयोजित भारत और पाकिस्तान के बीच की तीन दिन की वार्ता बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई लेकिन दोनों पक्षों ने दिल्ली में अगली बैठक में कोई हल पाने की उम्मीद जताई। वार्ता कल पूरी हो गई और सिंधु जल आयोग के आयुक्त के. व्होरा के नेतृत्व वाला 10 सदस्यों का भारतीय शिष्टमंडल आज भारत रवाना होगा। पाकिस्तानी शिष्टमंडल की अध्यक्षता सिंधु जल आयुक्त मिरजा आसिफ बेग कर रहे थे। बेग ने पीटीआई को बताया, ‘‘वार्ता सकारात्मक लहजे के साथ समाप्त हुई और हम अक्तूबर में वार्ता के अगले दौर में पाकिस्तान के एतराज पर चर्चा करेंगे और उसका हल खोजेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम आशावादी हैं कि भारत हमारी चिंताएं दूर करेगा और मामले का हल अंतरराष्ट्रीय अदालत में गए बगैर हो जाएगा। अगर हमारी
चिंताओं का समाधान नहीं किया गया तो हमारे पास अंतरराष्ट्रीय अदालत में जाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।’’ बेग से इन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया कि भारत ने किशन गंगा बांध और झेलम तथा चिनाब नदी पर चार अन्य प्रस्तावित बांधों के डिजाइन पर आपत्तियों पर लचीला रूख नहीं दिखाया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं कहूंगा कि वार्ता नाकाम हुई या भारत ने हमारे विचारों पर ध्यान देने से इनकार किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि कोई बड़ी प्रगति नहीं हुई, हमने अपनी आपत्तियां पेश की और भारतीय दल ने उनपर विचार करने पर सहमति दी।’’ बेग ने कहा कि भारत ने वार्ता के अगले दौर में पाकिस्तान के एतराज पर विस्तार से जवाब देने पर सहमति जताई। (भाषा)
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