Wednesday, 20 August 2014 10:38 |

इस्लामाबाद। पाक उच्चायुक्त की कश्मीरी अलगाववादियों से मुलाकात को लेकर दोनों देशों के विदेश सचिवों की प्रस्तावित मुलाकात को रद्द कर देने के भारत के कदम पर पाकिस्तान ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया जताई। पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत का ‘गुलाम नहीं’ है और कश्मीर विवाद में उसकी ‘जायज हिस्सेदारी’ है। पाकिस्तान ने इस बात पर जोर दिया कि उसके उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भारत के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी नहीं की। पाकिस्तानी विदेश विभाग की प्रवक्ता तसनीम असलम ने दावा किया कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है। तसनीम ने कहा कि यह सिर्फ बहाना है। यह पहला मौका तो नहीं है जब हुर्रियत नेताओं के साथ मुलाकात हुई है। ऐसा दशकों से होता आ रहा है। तसनीम भारत की विदेश सचिव सुजाता सिंह द्वारा बासित को नयी दिल्ली में पृथकतावादी नेताओं से मुलाकात नहीं करने की सलाह देने और बातचीत के लिए भारत या कश्मीरी अलगाववादियों में से किसी एक का चयन करने के लिए कहने के बारे में टिप्पणी कर
रही थीं। असलम ने कहा कि पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने भारत के अंदरूनी मामलों में दखल नहीं दिया। पाकिस्तान भारत का गुलाम नहीं है। यह एक प्रभुतासंपन्न राष्ट्र है और जम्मू-कश्मीर विवाद में एक जायज भागीदार है। भारत में पाकिस्तानी मिशन में काम कर चुकीं असलम ने जोर देकर कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है।पाकिस्तान ने 25 अगस्त को दोनों देशों के बीच इस्लामाबाद में होने वाली विदेश सचिव स्तर की वार्ता को भारत की ओर से रद्द कर देने को दोनों देशों के रिश्तों के लिए ‘धक्का’ बताया था। भारत ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त के नई दिल्ली में कश्मीरी अलगाववादियों के साथ मुलाकात पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए इस बातचीत को रद्द करने का एलान किया था। भारत ने साफ शब्दों में कहा था कि पाकिस्तान या तो भारत से बात कर ले या फिर अलगाववादियों से। (भाषा)
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