Friday, 06 December 2013 16:16 |
कोलकाता। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अध्यादेश के जरिए विवादास्पद कानून लागू करने की
कुछ राज्यों की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि तत्काल आवश्यकता होने की स्थिति में ही इन माध्यमों को लागू करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ कुछ राज्य अध्यादेशों के जरिए विशेष विवादास्पद कानूनों को जल्दी लागू करते प्रतीत हो रहे हैं। इन अध्यादेशों को सदन की स्वीकृति नहीं मिलती है और इन पर विधायक उचित रूप से बहस या चर्चा नहीं करते हैं। यदि विधानसभा उन्हें अनुमति नहीं देती है तो ऐसे अध्यादेशों को सामान्य तौर पर स्वाभाविक रूप से समाप्त हो जाना चाहिए।’’
मुखर्जी ने विधानसभा के प्लैटिनम जुबली
समारोह के मौके पर उसे संबोधित करते हुए यह कहा।
राष्ट्रपति ने बंगाली में बोलते हुए कहा कि प्रशासन की बढती जटिलता के मद्देनज़र विधेयक पर पर्याप्त चर्चा करनी चाहिए तथा इसके बाद ही इसे लागू करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो यह अपेक्षित परिणाम देने और अपने लक्ष्यों को पूरा करने में असफल हो जाएगा।
मुखर्जी ने संसद और विधानसभाओं के सत्र में भाग लेने वाले सदस्यों की संख्या कमी आने पर भी चिंता जताई।
(भाषा)
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