नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने आज दिल्ली के मतदाताओं को इस बात की बधाई दी कि उन्होंने ‘‘अपनी उदासीनता छोड़कर’’ दिल्ली विधानसभा में रिकार्ड 66 फीसदी मतदान किया।
आप नेता योगेन्द्र यादव ने कहा, ‘‘आप भारत की राजनीति में बदलाव के शुभारंभ में बड़ी संख्या में भाग लेने के लिए दिल्ली के नागरिकों को सलाम करती है। दिल्ली के मतदाताओं ने अपनी उदासीनता छोड़ी और मतदान का एक नया रिकार्ड बनाया।’’
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी का कहना है कि आप अपने किस्म की अलग वैकल्पिक राजनीति की तलाश में पहले चुनाव में उतरी है ।
योगेन्द्र यादव ने कहा, ‘‘ स्थापित राजनीतिक दलों के विपरीत आप ने करीब छह महीने पहले अपना अभियान शुरू किया था। इस चुनाव प्रचार को कई नई शुरूआत के लिए याद किया जाएगा। इस चुनाव में पहली बार ईमानदार राजनीति के लिए लोगों की मेहनत की कमाई को बड़े पैमाने पर एकत्र किया गया। ’’ उन्होंने साथ ही कहा कि पार्टी ने 20 करोड़ रूपये के चंदे का लक्ष्य रखा था और पाई पाई का हिसाब रखा गया और जब इतना पैसा एकत्र हो गया तो चंदा लेना बंद कर दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी ने दागी उम्मीदवारों को वापस बुलाने का वादा निभाया और हमने वास्तव में एक उम्मीदवार को वापस बुलाया।’’
यादव ने कहा कि यह पहली बार था कि किसी राजनीतिक दल ने
निर्वाचन क्षेत्र के हिसाब से घोषणापत्र जारी किए ।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस अभूतपूर्व अभियान के नतीजे आने बाकी हैं ।’’
यादव ने देश विदेश में अपने हजारों स्वयंसेवकों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘ आप ऐसे समय में राजनीति में आयी थी जब लोगों का राजनीति से विश्वास उठ चुका था। जब राजनीति एक गंदा शब्द बन गयी थी। कोई इस बात पर विश्वास ही नहीं करता था कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा जा सकता है । इस प्रकार आप ने राजनीति में नि:स्वार्थ सेवा और आदर्शवाद की भावना को फिर से बहाल करने में अपना छोटा सा योगदान दिया है । ’’
पार्टी ने सक्रियता के साथ और बिना किसी पक्षपात के चुनावों के संचालन के लिए निर्वाचन आयोग की भी सराहना की।
यादव ने हालांकि दावा किया कि उन्हें कई निर्वाचन क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर असली मतदाताओं के नामों को मिटाने , ईवीएम मशीनों के ठप होने तथा निर्वाचन कर्मचारियों के भेदभावपूर्ण तरीके से काम करने की शिकायतें मिली हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से इस प्रकार की शिकायतें विशेष रूप से गंभीर हैं। हमें विश्वास है कि निर्वाचन आयोग इन शिकायतों को गंभीरता से देखेगा , दोषियों को सजा देगा और गलतियों को सुधारेगा।’’
(भाषा)
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