वाशिंगटन। अमेरिका की एक समाचार वेबसाइट ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम विश्व के सबसे धनी राजनेताओं की सूची में शामिल करने पर पैदा ‘भ्रम’ पर खेद जताया और नाम हटा दिया।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने पोर्टल पर डाली गई सामग्री को ‘‘बेतुका और हास्यास्पद’’ करार देते हुए उसका उपहास उड़ाया था।
समाचार पोर्टल हफिंगटन पोस्ट ने सोनिया को दो अरब डालर की संपत्ति के साथ इस सूची में उन्हें 12वें स्थान पर रखे जाने के चार दिन बाद कहा कि हमारे संपादक इस राशि का सत्यापन नहीं कर पाए। यह लिंक हटा दिया गया है और इस भ्रम के लिए खेद है।
वेबसाइट पर विश्व के सबसे धनी राजनेताओं की सूची कल शाम अद्यतन होने के बाद उसके संपादक ने लिखा, ‘‘सोनिया गांधी और कतर के पूर्व अमीर हामिद बिन खलीफा अल थानी का नाम इस सूची से हटा दिये गए हैं।’’
संपादक ने थर्ड पार्टी साइट का नाम दिये बिना कहा, ‘‘सोनिया का नाम एक थर्ड पार्टी साइट की सूची
के आधार पर शामिल किया गया था जिस पर बाद में सवाल उठाया गया।’’
कांग्रेस पार्टी ने हफिंगटन पोस्ट के इस आंकड़े की प्रामाणिकता पर सवाल खड़ा किया था।
सूची जारी होने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने राजधानी दिल्ली में कल कहा था, ‘‘यदि हफिंगटन पोस्ट इस तरह की बेतुकी बात पर अड़ा रहता है तो मेरा मानना है कि वे अपने लिए ही बेहतर काम करेंगे क्योंकि यदि आप ये बेतुकी और हास्यास्पद चीजें छापते हैं तो आप स्वयं को हंसी का पात्र बनाते हैं। मैं इस पर प्रतिक्रिया भी नहीं करना चाहता।’’
हफिंगटन पोस्ट ने सोनिया गांधी की सम्पत्ति दो अरब डालर बताया था, लेकिन यह नहीं स्पष्ट किया था कि वह इस आंकड़े पर कैसे पहुंचा।
(भाषा)
|