Monday, 02 December 2013 20:16 |
बाली (इंडोनेशिया)। भारत और आसियान देशों के बीच सेवा व्यापार और निवेश पर यहां बाली डब्ल्यूटीओ बैठक के दौरान दस्तखत होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि दस सदस्यीय आसियान के कुछ सदस्यों को प्रस्तावित समझौते के कुछ बिंदुओं को लेकर समस्या है।
गत अक्तूबर में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुशीलो बांगबांग युधोयोनों की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया था कि यह समझौता विश्व व्यापार संगठन (डल्यूटीओ) की बाली में होने वाले 9वीं मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के समय किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार दक्षिण पूर्व एशियायी देशों के संघ (आसियान) के कुछ सदस्य समझौते के कुछ मुद्दों पर अभी सहमत नहीं हुए हैं जिनमें थाइलैंड भी है।
सूत्रों ने कहा, इस पर अब यहां दस्तखत होने की उम्मीद नहीं है।'
इस मुद्दे पर मंत्रिमंडल में पिछले सप्ताह चर्चा भी हुई थी। गौरतलब है
कि भारत और आसियान के बीच वस्तुओं के व्यापार को लेकर मुक्त व्यापार समझौता 2011 से लागू हो चुका है और दोनों पक्ष अब सेवा व्यापार और निवेश पर समझौता करने में लगे हैं।
दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संघ (आसियान) और भारत के बीच वर्ष 2012-13 में द्विपक्षीय व्यापार 76 अरब डालर रहा है। दोनों पक्ष इसे 2015 तक 100 अरब डालर करने का लक्ष्य रखे हुए हैं।
आसियान के सदस्य देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलिपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं।
(भाषा)
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