Thursday, 14 November 2013 16:14 |
जम्मू। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि सीमा पर तनाव राज्य में समरसता और विकास की प्रक्रिया को सीधे प्रभावित कर रहा है और इससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की जिंदगी और संपत्ति खतरे में पड़ गई है ।
यहां से 35 किलोमीटर दूर बीती शाम चिनोर फार्म के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किसानों से बातचीत में उमर ने कहा, ‘‘ संघर्षविराम उल्लंघन और गोलीबारी ने न केवल लोगों को अपने घरों को छोड़ने को मजबूर किया है बल्कि इससे कृषि कार्यो पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है जिससे प्रदेश के सीमाई लोगों में आर्थिक तनाव पैदा हो रहा है ।’’
हाल में संघर्षविराम उल्लंघन की कोई रिपोर्ट
सामने नहीं आने पर संतोष जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि लोगों के व्यापक हित में सीमा पर स्थिति शांत रहेगी।
उमर ने यह भी उम्मीद जतायी कि भारत और पाकिस्तान वार्ता प्रक्रिया के जरिए सभी मुद्दों को सुलझा लेंगे ।
मुख्यमंत्री ने लोगों का हालचाल भी पूछा और उनसे मौजूदा हालात और उनकी खेतीबाड़ी के बारे में जानकारी हासिल की।
उन्होंने कृषि विभाग को भी सीमावर्ती इलाकों के किसानों को सभी प्रकार की मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया।
(भाषा)
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