Wednesday, 31 July 2013 10:22 |
कोलकाता। माकपा नीत वाम मोर्चा ने आज आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में बरसों बाद पंचायत चुनावों की मतगणना के दौरान ‘अप्रत्याशित चुनावी कदाचार’ देखा गया।
माकपा के राज्य सचिव बीमन बोस ने कहा ‘कई मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती के दौरान ऐसा चुनावी कदाचार नहीं देखा गया जहां तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने मतपत्र फाड़ दिए, माकपा और वाम मोर्चा के मतगणना एजेंटों पर प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से हमला किया और उन्हें बाहर निकाल दिया।’ उन्होंंने दावा किया कि राज्य निर्वाचन आयोग कई जिलों में अपना दायित्व निर्वाह नहीं कर पाया क्योंकि वह पुलिस और प्रशासन पर निर्भर था और पुलिस तथा प्रशासन ने सहयोग नहीं किया। बोस ने कहा कि माल्दा जिले के हरिशचंद्रपुर में एक विजयी माकपा प्रत्याशी के पति को गोली मार दी गई तथा हुगली जिले के पोल्बा में माकपा कार्यकर्ताओं
पर हमला किया गया और पार्टी के कार्यालय में आग लगा दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बर्दवान और नॉर्थ 24 परगना जिलों में कई जगहों पर धांधली और फर्जी मतदान हुआ। एक सवाल के जवाब में बोस ने कहा कि ग्राम पंचायतों में, पंचायत समितियों में और जिला परिषदों में त्रिशंकु सदन होने की स्थिति में वाम मोर्चा किसी भी ऐसे राजनीतिक दल से हाथ नहीं मिलाएगा जिसके साथ उसकी विचारधारा और सिद्धांत न मिलते हों। उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा जिलों में पंचायत निकायों में पराजय के कारणों का विश्लेषण करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि लोकतंत्र को बचाने के लिए महानगर में सात अगस्त को एक रैली निकाली जाएगी। (भाषा)
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