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Wednesday, 17 July 2013 18:05 |
इंदौर। मध्यप्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश के लिये आयोजित प्री..मेडिकल टेस्ट :पीएमटी: में फर्जीवाडे के अंतरराज्यीय गिरोह का सरगना पुलिस की जांच के दौरान करोड़ों रुपयों की चल..अचल संपत्ति का मालिक निकला है।
यह शख्स फिलहाल पुलिस की हिरासत में है। पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि इस बात के सुराग मिले हैं कि डॉ. जगदीश सिंह सगर (42) ने इंदौर के साथ गोहद (भिंड), ग्वालियर, भोपाल और देवास में करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति खरीदी हैै। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सगर के इंदौर स्थित घर पर छापा मारकर जो चीजें बरामद कीं, उनमें करीब 70 हजार रुपये की नकदी, 2,300 अमेरिकी डॉलर और हीरे जड़ित स्वर्णाभूषण शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि सगर के घर से नोट गिनने की मशीन, तलवारें, करीब 125 कारतूस और कारतूसों के कुछ खोखे मिले। इसके अलावा, उसके घर से कुछ ऐसे दस्तावेज भी मिले, जिनका जुड़ाव पीएमटी के अंतरराज्यीय फर्जीवाड़े से है। सूत्रों के मुताबिक ‘मुन्नाभाइयों’ के गिरोह के सरगना ने
अपने घर के हर कमरे पर बायो मीट्रिक ताला लगा रखा था। इंंदौर में उसके एक और मकान में पुलिस का तलाशी अभियान जारी है। सूत्रों ने बताया कि सगर को मुंबई के कमाठीपुरा क्षेत्र के एक होटल से 14 जुलाई की रात गिरफ्तार किया गया था। उसके गिरोह के 20 सदस्यों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक सगर खासकर उत्तरप्रदेश के युवकों को 50,000 रुपये से एक लाख रुपये का लालच देकर उन्हें दूसरे उम्मीदवारों के नाम से मेडिकल प्रवेश परीक्षा में बैठाता था। सूत्रों ने बताया कि ‘मुन्नाभाइयों’ का अंतरराज्यीय गिरोह किसी विद्यार्थी को मध्यप्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में दाखिला दिलाने के नाम पर उसके परिजन से 20 लाख रुपये तक वसूलता था। यह गिरोह पीएमटी में अलग..अलग तरह से फर्जीवाड़ा करके विद्यार्थियों को चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश दिलवाता था। (भाषा)
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