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Wednesday, 17 July 2013 17:29 |
नयी दिल्ली। रूमानी अदाकार से चरित्र अभिनेता की दहलीज में दाखिल हुए रिशि कपूर बॉलीवुड की दूसरी इनिंग का भरपूर लुत्फ ले रहे हैं। रिशि ने पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘एक ऐक्टर के रूप में मेरे लिए यह बेहद मजेदार वक्त है। मैं दूसरों के बारे में नहीं जानता, लेकिन मैं यहां हर पल का लुत्फ ले रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐक्टर के रूप में मैं खूब प्रयोग कर रहा हूं। यह शानदार है कि मेरी उम्र के अदाकार आज खूब काम पा रहे हैं।’’ ‘‘अग्निपथ’’ में रउच्च्फ लाला का खौफनाक किरदार निभा कर सभी को दंग करने वाले रिशि एक बार फिर जुर्म की स्याह दुनिया के किरदार को पर्दे पर उकेर रहे हैं। इस बार वह निखिल आडवाणी निर्देशित ‘डी-डे’ में नशीले पदार्थों की तस्करी के सरगना लॉर्ड गोल्डमैन का किरदार निभा रहे हैं। यह किरदार वस्तुत: दाउच्च्द इब्राहीम से प्रभावित है। रिशि अपनी भूमिका के बारे में कहते हैं, ‘‘यह महज एक इत्तेफाक है कि पाकिस्तान का जिक्र है और इसमें भारत के सर्वाधिक वांछित व्यक्ति की चर्चा की गई है। इसमें कुछ समानताएं हैं, लेकिन फिल्म और किरदार के खाके में जो रंग भरा गया है वह ढेर सारी जगहों से लिया गया है।’’ रिशि
कहते हैं, ‘‘एक क्यूबाई गैंगलॉर्ड था और एक मेक्सिकाई गैंगस्टर था। मैं फिल्म में ‘मोगांबो’ जैसे किसी असाधारण खलनायक की भूमिका नहीं निभाता। मैं बहुत ही सामान्य सा किरदार निभा रहा हूं।’’ जिंदगी की 60 बहारें देख चुके रिशि ‘अग्निपथ’ के बाद से ही निगेटिव भूमिका निभाने के लिए उत्सुक नहीं थे, लेकिन इस भूमिका के लिए उन्होंने हां कह दी। उन्होंने कहा, ‘‘निखिल पहले चाहते थे कि मैं रॉ प्रमुख की भूमिका करूं जिसे फिल्म में नसीरजी ने निभाई। यह बहुत दब्बू किस्म की भूमिका थी, इसलिए मैंने ना कह दिया। वह फिर गोल्डमैंन की भूमिका ले कर आए, लेकिन मैं दोबारा कोई निगेटिव रोल नहीं निभाना चाहता था। हमने ‘लुक टेस्ट’ किया और इससे मैं राजी हो गया।’’ रिशि मानते हैं कि यह किरदार निभाना एक मजेदार चुनौती है। वह कहते हैं, ‘‘मैं खुद को विलेन नहीं कहता। मैं खुद को अदाकार कहता हूं जो अलग अलग किरदार करने की चुनौतियां ले रहा है। सभी अदाकार इतनी विविध भूमिकायें करने की चुनौती नहीं ले सकता। मैंने फिल्म में अपना ‘लुक’ और आवाज बदल कर खुद को पूरी तरह बदल लिया है।’’ भाषा
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