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Tuesday, 16 July 2013 10:50 |
पेरिस (फ्रांस)। शीर्ष फर्राटा धावक टायसन गे और असाफा पावेल के ड्रग परीक्षण में पाजीटिव पाये जाने पर एथलेटिक्स की विश्व संचालन संस्था :आईएएएफ: ने आज कहा कि इन मामलों से पता चलता है कि डोपिंग रोधी प्रणाली काम कर रही है।
आईएएएफ ने कहा कि ड्रग अपराधों को जड़ से खत्म करने के लिये वे पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। आईएएएफ ने अपने बयान में कहा, ‘‘हमने एथलीटों के लिये एक कार्यक्रम बनाया है जो दूरगामी और जटिल है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसकी वजह से ही हम खेल से उन एथलीटों को पकड़ने और बाहर करने में सफल रहे हैं जिन्होंने डोपिंग रोधी नियमों का उल्लघंन किया है। डोपिंग रोधी कार्यक्रम की विश्वसनीयता कम नहीं हुई बल्कि बढ़ी ही है। हर बार हम एक नया मामला लाने में सफल रहे हैं और हमें प्रत्येक एथलीट, कोच और अधिकारी का समर्थन प्राप्त है जो खेल को साफ रखने में विश्वास करता
है। ’’ इतिहास में सबसे तेज चार स्प्रिंटरों में से दो गे और पावेल ने कल अलग अलग पुष्टि की कि उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के लिये पाजीटिव पाया गया था। वर्ष 2007 के 100 मीटर के विश्व चैम्पियन और इस साल दुनिया के सबसे तेज एथलीट गे और पूर्व विश्व रिकार्डधारी पावेल अब अगले महीने मास्को में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में भाग नहीं लेंगे। अमेरिकी स्प्रिंटर गे प्रतिबंधित पदार्थ के दोषी पाये जाने के बाद अपने बी नमूने के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कभी भी जानबूझकर या इच्छा से प्रतिबंधित पदार्थ नहीं लिया’’। रिपोर्ट के मुताबिक पावेल पिछले महीने किंग्स्टन में हुए राष्ट्रीय ट्रायल्स में विफल होने वाले पांच एथलीटों में से एक थे। एएफपी
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