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Tuesday, 16 July 2013 09:10 |
रांची। पाकुड़ जिले के लितिपाड़ा विकास खंड के एक गांव में छात्रावास में रह रही चार आदिवासी छात्राओं को अगवा कर 10 से 15 लोगों ने उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
घटना रविवार रात की है। सभी पीड़ित छात्राओं की उम्र 12 से 14 साल के बीच है। डॉक्टरी जांच में बलात्कार की पुष्टि हो चुकी है पर इस सिलसिले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित लड़कियां परहइया जनजाति की हैं जिसे सरकार ने आदिम जनजातीय समूह के रूप में अधिसूचित कर रखा है। ये सभी लड़कियां जामताड़ा जिले की हैं जो पाकुड़ के लितिपाड़ा ब्लॉक के जामजुरी गांव में ईसीआइ मिशन स्कूल के छात्रावास में रह कर सिलाई का प्रशिक्षण ले रही थीं। मिली जानकारी के मुताबिक आस पास के गांवों के युवक रविवार रात साढ़े ग्यारह बजे के आस पास छात्रावास पहुंचे। दर्जन भर युवकों ने वार्डन और अन्य छात्रों को उनके कमरे में बंद करने के बाद चार छात्राओं को अगवा कर लिया।
अगवा होने के दो घंटे बाद ये लड़कियां वापस लौटीं। दसवीं तक के इस स्कूल और छात्रावास का संचालन चेन्नई स्थित इवैंजिलिकल चर्च आॅफ इंडिया करता है। चेन्नई में उनसे संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में पता है पर अभी कोई विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस अधीक्षक वाइएस रमेश ने भी घटनास्थल का दौरा किया पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक की जिन्होंने जांच में पूरे सहयोग का वादा किया। डीआइजी प्रिया दुबे ने भी अपहरण व सामूहिक बलात्कार की पुष्टि की। इस घटना को अंजाम देने वाले युवकों के हथियारबंद होने के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। पर स्थानीय मीडिया में छपी खबरों में कहा गया है कि उन्होंने छात्रावास में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन जबरन बंद करा दिए थे। (ईएनएस)
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