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Friday, 12 July 2013 18:06 |
थिम्पू। भूटान की सत्तारूढ़ पार्टी के एक शीर्ष नेता ने कहा है कि उनके देश की चीन के साथ राजनयिक रिश्ते स्थापित करने की कोई योजना नहीं है।
सत्तारूढ़ द्रुक फुएनसुम शोगपा :डीपीटी: के कार्यवाहक अध्यक्ष येशे जिम्बे ने भूटान और चीन के बीच किसी तरह के राजनयिक रिश्ते को खारिज करते हुए कहा है कि निवर्तमान प्रधानमंत्री यिगमी वाई थिनले और तत्कालीन चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के बीच पिछले साल रियो दी जनेरियो में हुई बैठक सिर्फ शिष्टाचार भेंट थी और इसमें इससे कुछ ज्यादा नहीं पढ़ा जाना चाहिए। रियो में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन से इतर इस बैठक को भारत में कई लोगों ने इस नजरिए से देखा
कि भूटान अब चीन से नजदीकी बढ़ा रहा है। हाल ही में भूटान को केरीसीन और गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी में भारत की ओर से कटौती किए जाने को भी कई लोगों ने इसी से जोड़कर देखा। डीपीटी के रणनीतिकार रिगदेन तेनजिन ने कहा कि भूटानी प्रधानमंत्री और चीनी नेताओं के बीच मुलाकात कोई असामान्य बात नहीं है और भविष्य में भी मुलाकातें हुई हैं, लेकिन यह हैरान करने वाली बात है कि रियो बैठक को लेकर इतना होहल्ला क्यों मचाया गया।
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