Friday, 05 July 2013 09:58 |
नई दिल्ली, जनसत्ता। ओड़िशा के कंधमाल जिले के पादरी अजय कुमार सिंह को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की ओर से सम्मानित किए जाने की पहल पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल सहित अनेक हिंदू संगठनों में तीखी नाराजगी है।
विहिप दिल्ली के महामंत्री सत्येंद्र मोहन ने इस बाबत एक पत्र राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग को भेजकर चेताया है कि कंधमाल जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में धर्मांतरण की गतिविधियों व स्वामी लक्ष्मणा नंद सरस्वती की ह्त्या के संदर्भ में इस पादरी की अहम भूमिका रही है। साथ ही स्थानीय जन जातीय व आदिवासी समुदाय की जमीन हड़पने से भी वहां के समुदाय में इसके प्रति गहरा रोष व्याप्त है। पत्र की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया
कि हमें मालूम हुआ कि पादरी आजय कुमार सिंह को राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग सम्मानित करने जा रहा है तो हमें गहरा धक्का लगा।महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आयोग के मांगने पर पादरी अजय कुमार के संदर्भ में जो रिपोर्ट ओड़िशा सरकार ने दी है वह भी अपने आप में बेहद गंभीर है। पिछले माह भेजी इस रिपोर्ट में कंधमाल के जिलाधीश बीएस पूनिया ने यहां तक कहा है कि यदि इसे सम्मानित किया गया तो जिले में सांप्रदायिक सौहार्द पर विपरीत प्रभाव होगा। इसके बावजूद आयोग जन जातियों व बहु संख्यक हिंदू समाज की भावना से खिलवाड़ करना चाह रहा है।
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