Wednesday, 26 June 2013 17:00 |
जामबोनी, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव कराने पर छाए अनिश्चितता के बादलों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज माकपा, कांग्रेस और भाजपा पर चुनाव प्रक्रिया स्थगित करने के लिए ‘षड्यंत्र रचने’ का आरोप लगाया।
दूसरी तरफ विपक्ष ने कहा है कि अगर समय पर चुनाव नहीं हुए तो इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है । जंगलमहल में अपनी पहली प्रचार रैली में बनर्जी ने कहा, ‘‘ये दल पंचायत चुनाव में हार से भयभीत हैं और नहीं चाहते कि चुनाव हों । पंचायत चुनाव रोकने के लिए षड्यंत्र रचने में माकपा, कांग्रेस और भाजपा ने हाथ मिला लिए हैं जिसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है ।’’ उन्होंने कहा कि पूरी चुनावी प्रक्रिया 15 जुलाई तक पूरी हो जाएगी । उन्होंने कहा कि चुनाव होने तक जिलाधिकारी और सबडिवीजनल अधिकारी ग्रामीण निकाय प्रशासन चलाएंगे । घटनाओं के बदलने पर आश्चर्य जताते हुए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, ‘‘हम पिछले दो वर्षों से प्रयास कर रहे हैं कि पंचायत चुनाव हों जबकि वे :विपक्षी दल: प्रक्रिया को बाधित करने में लगे हैं ।’’
/> दूसरी तरफ विधानसभा में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्रा ने आज कोलकाता में कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव कराने के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार गंभीर नहीं है । उन्होंने कहा कि अगर समय पर चुनाव नहीं हुए तो उसे ही जिम्मेदारी लेनी होगी । मिश्रा ने कहा, ‘‘राज्य सरकार शुरू से ही पंचायत चुनाव कराने को लेकर गंभीर नहीं है । वह ग्रामीण बंगाल के लोगों को ताकत नहीं देना चाहती । पहले वह चाहती थी कि दिसम्बर 2011 में चुनाव कराए जाएं ताकि वह तृणमूल के पक्ष में बह रही हवा का फायदा उठा सके ।’’ उन्होंने आरोप लगाए, ‘‘अब चूंकि हवा तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ है इसलिए वह चाहती है कि समय पर पंचायत चुनाव नहीं हों । इसलिए वह चाहती है कि चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा नहीं हो और वह बाधा भी उत्पन्न करना चाहती है ।’’ (भाषा)
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