Tuesday, 11 September 2012 15:55 |

मेलबर्न, 11 सितंबर, (एजेंसी) एक नए अध्ययन में ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अगर बच्चे कुछ देर तक रोते हैं तो उससे उनकी सेहत पर कोई दीर्घकालिक खतरा पैदा नहीं होता है।
मर्डोक चिल्ड्रनज रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए इस अध्ययन में छह वर्षीय बच्चों के समूह पर शुरूआती परवरिश की तकनीकों के प्रभाव का अध्ययन किया गया था। , एबीसी की खबर के अनुसार, इस संस्थान की वैज्ञानिक एना प्राइस ने बताया कि मां बाप द्वारा थोड़े समय के लिए अपने बच्चों को थका हुआ छोड़ देना बच्चों और मां बाप दोनों के लिए
ही फायदेमंद होता है। प्राइस ने कहा, ‘‘बच्चों के माता पिता को एक संक्षिप्त निद्रा कार्यक्रम दिया गया। इसके जरिए वे अपने बच्चे की नींद में भी सुधार ला सके और बच्चे की मां की नींद के साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधार सके।’’ प्राइस ने सुझाव दिया कि जो माता पिता अपने बच्चे को रोते हुए नहीं सुनना चाहते उन्हें कुछ समय के लिए बच्चे के कमरे से बाहर चले जाना चाहिए। यह एक अच्छा विकल्प है।
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